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How to start Medicine Marketing Business in Hindi?

How to start Medicine Marketing Business in Hindi? 


क्या होता है medicine marketing का मतलब?


जब आप किसी doctor के पास इलाज के लिए जाते हैं तो कई बार tie लगाये कुछ medical representative (MR) भी Doctor के इंतज़ार में बैठे दिख जाते हैं। MRs किसी फार्मा कंपनी, जैसे कि torrent, Cipla, etc. के employee होते हैं और doctor से मिलकर अपनी कंपनी की medicine के बारे में बताते हैं। और chemist shops पर इन्हें उपलब्ध कराते हैं।
Doctor समझ आने पर उनकी दवाओं को patient को prescribe करता है और अन्तत: मरीज  medicine store पर इनकी डिमांड करता है और इस तरह से ये medicine बिकती हैं।
Basically medicine marketing के काम में आपको अपनी चुनी हुई medicine को market में प्रमोट (promote) करना होता है ताकि इनकी अधिक से अधिक बिक्री हो सके। और promote करने का काम primarily doctors से मिलकर और उन्हें उन medicine को prescribe करने के लिए convince करके किया जाता है।
मेडिसिन marketing का काम दवा कम्पनियों में काम कर रहे MR करते हैं पर आप बिना किसी company के एम्प्लोयी (employees) बने भी ये काम कर सकते हैं। आइये जानते हैं कैसे?

(Medicine marketing) दवाओं की मार्केटिंग करने का दो तरीका है:


तरीका १ : आप अपनी एक company रजिस्टर कराते हैं और उसके अंतर्गत दवाओं की marketing करते हैं। इस तरीके में आप चाहे तो खुद medicines manufacture कर सकते हैं या दवा बनाने वाली कंपनियों से दवा खरीद कर अपने company के नाम से मार्केटिंग (marketing) कर सकते हैं।
Example: xyz Pharma company मुखयतः एक medicine marketing company है। वे खुद बहुत कम ही दवाएं (medicine) बनाते हैं, अधिकतर वे किसी और से manufacture कराते हैं और अपने नाम से उस दवा (medicine) की marketing करते हैं। अगर आप इस company की दवा की कोई स्ट्रिप खरीदें तो उसपर लिखा होगा- Marketed by – xyz Pharma company लेकिन Manufactured by में किसी और का नाम होगा।
तरीका २: आप बिना कम्पनी बनाये किसी और कंपनी के प्रोडक्ट की marketing करते हैं।
तरीका 2 थोड़ा straight forward है और अगर आपको Pharmaceutical companies में ज्यादा अनुभव नहीं है तो शुरुआत करने का यही तरीका है। आइये इसके बारे में detail में जानते हैं:
बिना कम्पनी (company) रजिस्टर किये medicine marketing का बिजनेस शुरुआत करने के स्टेप्स:
Step:- 1: अपने शहर के दवा बाज़ार (medicine market) को समझें:
Medicine marketing का काम इतना आसान नहीं है। अगर आपके पास फार्मा इंडस्ट्री (pharma industry) का अनुभव नहीं है और आप ये काम शुरू करते हैं तो scussces की सम्भावना बहुत कम है। इसलिए बेहतर होगा कि आप इस काम में अपना time और पैसा इन्वेस्ट करने से पहले इस काम और overall दवा के मार्केट (medicine market) को समझें। इसके लिए आप किसी Pharma company में as a Medical Representative (MR) काम भी कर सकते हैं। (Medical Representative के काम के लिए आप preferably science graduate होने चाहिएं, salary 15-30 हज़ार + incentives हो सकती है। अंग्रेजी (English) पढना आना must है और बोल सकते हैं तो और भी अच्छा है )
Market में घूम कर, डॉक्टर्स और केमिस्ट्स से मिलकर ही आप जान पायेंगे कि किस तरह की दवाएं अधिक बिकती हैं और आप किन दवाओं को अपने marketing portfolio का हिस्सा बना सकते हैं।
इसलिए कभी जल्दबाजी में ये काम ना शुरू करें, चीजों को समझने के बाद ही इसमें हाथ डालें।
Step:- 2: जिन मेडिसिन्स की मार्केटिंग करनी है उनका चयन करें:
शुरुआत में आप ४-५ medicine का चुनाव कर लीजिये और बस उन्ही की marketing करिए। अगर आप एक साथ बहुत सारी दवाओं की मार्केटिंग करने में लग जायेंगे तो मैनेज करना मुश्किल होगा इसलिए छोटे से शुरुआत करें.
इसी स्टेप में आप ये भी डिसाइड करें कि आप इन medicine को किस manufacturers से मंगाएंगे।
Step:- 3: पैसों (money) की व्यवस्था करें:
इस काम को शुरू करने में आपको कई सारे expenses investment करने पड़ेंगे:
Manufacturing company से थोक में दवा मंगाना डॉक्टर्स आपकी medicine लिखें इसके लिए उन्हें entertain करना (ये भी एक बड़ा खर्च (it’s expensive) है)

फ्री samples देना


बांटने के लिए डायरी, गिफ्ट्स इत्यादि लेना

Traveling cost


सैलरी, अगर आप एम्प्लोयी रखते हैं
Office:-अगर आप office खोलते हैं। अधिकतर लोग घर से ही ये काम शुरू करते हैं।
एक minimum estimate रखें तो इन सब कामो के लिए आपके पास 3-4 lakhs रुपये होने चाहियें।

Step:- 4: Team work


यदि आप अपने साथ कुछ अनुभवी व्यक्ति (person) को as a partner or employee जोड़ सकते हैं तो अच्छा रहेगा। हालाँकि, ये आपके बजट पर भी डिपेंड करेगा। अधिकतर लोग शstarting के टाइम पर अकेले करते हैं और काम बढ़ जाने पर कुछ MRs को recruit कर लेते हैं। अगर आप अकेले ही काम करना चाहते हैं तो आप इस स्टेप को ignore कर दें।

Step:- 5: medicine का आर्डर प्लेस करें

कोई भी आदमी बिजनेस business करने के लिए किसी company से ऐसे ही दवा (medicine) नही मंगा सकता। इस काम के लिए स्टॉकिस्ट या होलसेलर बनाना पड़ता है, और चूँकि आप ये काम as individual कर रहे हैं इसलिए आप जिस manufacturer की medicine मंगाना चाह रहे हैं उसके किसी stockist या wholesaler से contact करना होगा।

One example:-

आप as individual Mumbai में काम कर रहे हैं और आपको Himachal Pradesh (HP) में स्थित XYZ medicine manufacturer से दवा मंगानी है तो आपको ये चीजें करनी होंगी:
XYZ company के स्टॉकिस्ट का पता करके बात करनी होगी और अपनी requirements बतानी होंगी
XYZ company से contact करके अपना आर्डर प्लेस करना होगा और उसके बदले में पैसे जमा कराने होंगे
XYZ माल स्टॉकिस्ट के आपके पास भेजेगी
आप स्टॉकिस्ट से माल collect करेंगे
स्टॉकिस्ट को आपके माल पर GST देना होगा इसलिए वो आपसे GST + ये सुविधा देने के कुछ और पैसे चार्ज करेगा।
मान लीजिये आपने XYZ company से जो माल मंगाया वो 100 रुपये का था लेकिन उस पूरे माल की MRP add up की जाए तो वो थी 1000 रूपये तो आपको Stocklisted को MRP का लगभग 10% देना होगा, यानि 100 रूपये।
ऐसा इसलिए क्योंकि स्टॉकिस्ट को MRP का 5% सरकार को as GST (tax) देना पड़ता है और वो कुछ अपना भी फायदा चाहता है इसलिए approximately आपको 10% देना पड़ता है।
अगर आप 100 रूपये के माल की MRP 1000 रूपये होने से हैरान हो रहे हैं तो मत होइए क्योंकि medicine के व्यवसाय में मार्जिन बहुत अधिक होता है। For example, Branded protein energy supplements की एक गोली 1 से 2 रूपये में बनती है और 9-10 रूपये की बिकती है।:)
Step:- 6: अब अपा इन medicine की मार्केटिंग शुरू करें
दवा मिलने के बाद आपको marketing का काम यानि Doctor से मिलकर आपकी दवा लोगों को प्रिस्क्राइब करवाने का काम करना है। इसके लिए आपको कुछ marketing 

Tools use करने होंगे-


अपनी दवाओं से सम्बन्धित एक folder तैयार कर लें
Medicine के leaflets रख लें
फ्री semple रख लें
रिमाइंडर कार्ड रखे लें
etc
Reminder card: इस कार्ड पर आपकी दवा मरीजों को लिखे जाने की रिक्वेस्ट (request) लिखी होती है। इस कार्ड का प्रयोग ज़रूर करें, आप रोज-रोज Doctor से नहीं मिल सकते हैं। लेकिन अगर आप ensure कर दें कि Doctor कि desk पे ये कार्ड मौजूद रहे तो आपकी medicine के prescribe होने के chances बढ़ जाते हैं।

इस Business से कितना कमाया जा सकता है?


ये कई बातों पर डिपेंड करता है इसलिए कोई स्पेसिफिक नंबर नहीं दिया जा सकता, लकिन मोटी-मोटा बात करें तो अगर आप manufacturer से 1 लाख का माल लेते हैं और वो पूरा का पूरा बिक जाता है तो आपकी कमाई 60-70 हज़ार की हो सकती है।

कैसे ?


मान लीजिये आपने कोई दवा मंगाई जो manufacture company ने आपको दी @ per strip = Rs. 10
उस strip पे जो MRP लिखी है वो है : Rs. 70
Trade Rate = Rs. 56  ( ये MRP से 20% कम होती है, इसी rete पर आप दवा केमिस्ट को देते हैं)
जिस के through आपने medicine मंगाई उसको देने होंगे = Rs. 7 ( 10% of MRP)
Doctor पर खर्च करने होंगे* = Rs. 24.5 ( 35% of MRP)
Other expense: Rs. 7 ( 10% of MRP)

अब आप देखते हैं कि पैसा आया कहाँ से और गया कहाँ पे:


पैसा आया: Rs. 56 जिस दाम पे हमने cambist को मेडिसिन दी
✓ Manufacturer को 10 रु , होलेसलेर को 7 रु , Doctor को 24.5 रूपये , बाकी खर्चे 7 रु ,यानि कुल (total) गए (10+7+24.5+7=48.5)
यानि PROFIT हुआ = 56-48.5= 7.5 रूपये का.
It means आपने दवा का एक पत्ता लिया था 10 रु में और उस पर कमाया 7.5 रूपये।
मतलब अगर आप 1 लाख का माल लेते हैंऔर उसे पूरा बेच लेते हैं तो उस पर आप  75 हजार रुपये कमा सकते हैं।
Note: ये बस एक example है, इस generalize नहीं किया जा सकता। Reality में प्रॉफिट इससे कम भी हो सकता है और ज्यादा भी, ये depend करता है आप किस तरह की दवाएं बेच रहे हैं, किस volume में बेच रहे हैं और उसपर मार्जिन कितना है।

other important points:

शुरू में बहुत बड़े Doctor के पीछे ना भागें, शहर से कुछ दूर पर स्थित छोटे डाक्टरों पर काम करें।
ये क्रेडिट का business है, माल देते ही आपको पैसे नहीं मिलते। इसलिए लिखा-पढ़ी का काम एकदम पक्का रखें। किस डेट में किसे कितना माल दिया और कितने पैसे कलेक्ट हो चुके हैं इन सबका हिसाब सही से होना चाहिए।
Scussces पाने के लिए धैर्य रखें। जो डॉक्टर शुरू में आपको घंटों वेट कराता है वही बाद में लाखों का बिजनेस भी दे सकता है।
✓ अपने stakeholders (Doctor, cambist, इत्यादि) को अच्छी और timely सर्विस दें।
✓ अगर आप कंपनी बना कर ये काम करते हैं तो कई तरह के और टैक्स देने होंगे और बहुत सारे records भी मेन्टेन करके रखने होंगे।
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